CM Sukhu with Union Minister will participate in the program in Chitkul of Kinnaur under Vibrant Village Program

केंद्रीय मंत्री संग सीएम सुक्खू वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत किन्नौर के छितकुल में कार्यक्रम में होगे शामिल

CM Sukhu with Union Minister will participate in the program in Chitkul of Kinnaur under Vibrant Village Program

CM Sukhu with Union Minister will participate in the program in Chitkul of Kinnaur under Vibrant Vil

शिमला:केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के साथ हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू गुरुवार को चीन के बॉर्डर पर स्थित किन्नौर के आखिरी गांव छितकुल जाएंगे। दोनों ही नेता रात को कल्पा में बैठक करेंगे और फिर अगले दिन वापस शिमला लौटेंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों को वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत चीन सीमा के साथ सटे इलाकों का दौरा कर वहां लोगों से मिलने को कहा है। केंद्रीय बजट में इस बार 4800 करोड़ की स्कीम भी भारत सरकार ने लांच कर रखी है। 17 फरवरी, 2023 को केंद्र सरकार की कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दी थी। इस 4800 करोड़ की राशि में से 2500 करोड़ सीमावर्ती क्षेत्रों में सडक़ निर्माण पर खर्च किए जाएंगे।

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह का पहले सिक्किम का दौरा बना था, लेकिन बाद में उन्होंने हिमाचल आने का फैसला किया। केंद्रीय मंत्री आरके सिंह सुबह दिल्ली से शिमला के जुबड़हट्टी एयरपोर्ट पर उतरेंगे और वहां से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ किन्नौर जाएंगे। वह सीधे छितकुल गांव पहुंचेंगे, जहां लोकल लोगों के साथ ही कार्यक्रम रखा गया है। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार और पूर्व मुख्य सचिव रामसुभाग सिंह भी इनके साथ जाएंगे। छितकुल में कार्यक्रम के बाद केंद्रीय मंत्री कल्पा रेस्ट हाउस आ जाएंगे, जहां रात को हिमाचल से संबंधित मसलों पर मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री की चर्चा है।

क्यों महत्त्वपूर्ण है मीटिंग

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से दिल्ली जाकर हाल ही में मांग कर चुके हैं कि सार्वजनिक उपक्रमों के जो बिजली प्रोजेक्ट लोन से फ्री हो गए हैं, उनमें प्रदेश की फ्री बिजली की हिस्सेदारी को बढ़ाया जाए। हिमाचल द्वारा अपनी आय बढ़ाने के लिए बिजली परियोजनाओं पर लगाए गए वाटर सेस को लेकर भी केंद्रीय मंत्री से सहयोग मांगा जाएगा। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह खुद पत्र लिखकर इस फैसले का विरोध कर चुके हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री से उनकी वार्ता का अलग महत्त्व है।